तीन मई तक लॉकडाउन पार्ट-2 पीएम बोले, समीक्षा के आधार पर 20 अप्रैल से मिल सकती है राहत

Apr 15, 2020

तीन मई तक लॉकडाउन पार्ट-2 पीएम बोले, समीक्षा के आधार पर 20 अप्रैल से मिल सकती है राहत

पीएम मोदी मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान। उन्होंने गमछे को मास्क की तरह चेहरे पर लपेटी हुई तस्वीर को सोशल मीडिया पर प्रोफाइल पिक्चर भी बनाया है प्रेट् दूसरे चरण के लिए आज आएगी गाइडलाइन 19 दिनों का होगा दूसरा देशव्यापी लॉकडाउन सप्तपदी है जीत का मार्ग पीएम ने अपने संबोधन के अंत में कोरोना से लड़ाई के लिए लोगों से सात वचन मांगे। उन्होंने इन्हें सप्तपदी की संज्ञा दी। हिंदू विवाह प्रक्रिया में सप्तपदी एक अहम चरण है, जिसमें विवाह करने वाले एक-दूसरे को सात वचन देते हैं। मोदी के संबोधन के बाद सोशल मीडिया पर सप्तपदी ट्रेंड करने लगा। मोदी ने निम्नलिखित सात वचन मांगे :

मोदी की अहम बातें

लॉकडाउन से पहले भारत जैसी स्थिति वाले देशों की हालत आज बहुत चिंताजनक

हमने संकट बढ़ने का इंतजार नहीं किया, स्थिति को भांपते हुए जरूरी कदम उठाया

समय पर उठाए गए कदमों और देशवासियों के त्याग ने भारत को संकट से बचाया

सोचकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि अगर सख्त कदम नहीं उठाए होते तो क्या होता

हमें बड़ी आर्थिक कीमत चुकानी पड़ रही, लेकिन लोगों की जान से बढ़कर कुछ नहीं

हमने अब तक अनुशासन दिखाया है, आगे भी अनुशासन का पालन करते रहेंगे

जहां कोई हॉटस्पॉट नहीं होगा और ऐसी आशंका भी नहीं होगी, वहां कुछ छूट मिलेगी

कोरोना संकट से निपटने के लिए अनुमान के अनुरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया है। साथ ही यह संकेत भी दे दिया है कि इस बार वक्त-वक्त पर समीक्षा के साथ ही सख्ती बढ़ाने या घटाने पर फैसला होगा। जो क्षेत्र मजबूती से लड़ते हुए कोरोना को थामने में कामयाब रहेंगे, वहां थोड़ी राहत मिल सकती है। जहां सुस्ती दिखी, वहां और सख्ती होगी। लॉकडाउन पार्ट-2 की एक गाइडलाइन बुधवार को आएगी और दूसरी संभवत: अगले मंगलवार को। इसी बीच सरकार की तरफ से एक बार फिर राहत पैकेज की भी घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही तीन मई तक सभी यात्री रेल सेवाएं और उड़ानें भी रोक दी गई हैं। 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन मंगलवार को खत्म हो रहा था। इससे पहले सुबह 10 बजे देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने कुछ राज्यों की ओर से पहले ही लॉकडाउन का फैसला बढ़ाने की याद दिलाते हुए कहा कि भारत आज कई बड़े देशों से अच्छी स्थिति में है तो उसका कारण लॉकडाउन है। भारत ने सही वक्त पर सख्त फैसले लिए और उसका नतीजा दिख रहा है। एक महीने पहले तक जो देश बीमारों की संख्या के मामले में भारत के ही बराबर थे, वहां आज भारत के मुकाबले बहुत बुरी स्थिति हो गई है।

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यह सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि अगर वक्त पर कदम नहीं उठाया गया होता तो क्या होता। लेकिन अभी संकट टला नहीं है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि अभी लॉकडाउन बढ़ाना आवश्यक है। लिहाजा अगले 19 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया है। उन्होंने लोगों के धैर्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि कई परेशानियां हो रही हैं। बहुत लोगों को खाने-पीने की भी समस्या हो रही है। आर्थिक कीमत तो चुकानी पड़ रही है। लेकिन सबसे कीमती है हर भारतवासी की जान और सरकार सबकी सुरक्षा के इसी लक्ष्य में जुटी है। लॉकडाउन पार्ट-2 की गाइडलाइन बुधवार को आएगी। मिल सकती है सशर्त राहत प्रधानमंत्री ने यह भरोसा जरूर दिया है कि जिस क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव दिखेगा, वहां नरमी होगी। उन्होंने कहा, ह्य20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा। जो अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जहां हॉटस्पॉट में नहीं होंगे, जहां हॉटस्पॉट बनने की आशंका नहीं होगी, वहां 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की इजाजत दी जा सकती है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह छूट शर्तो के साथ होगी। अगर लापरवाही हुई तो तत्काल छूट खत्म भी होगी। यह मानकर चलना चाहिए कि राहत का यह अर्थ नहीं है कि वहां कोई औद्योगिक गतिविधि होगी। लेकिन उन्हें छूट मिल सकती है जो कम कर्मचारियों के साथ मूलत: ऑटोमेटेड मशीनों के उपयोग के साथ उत्पादन कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी चिंता गरीबों और किसानों को लेकर है। उनकी देखभाल की जा रही है। आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें। किसी को नौकरी से न निकालें। देश के कोरोना योद्धाओं डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी आदि को पूरा सम्मान दें। घर के बुजुर्गो का विशेष ध्यान रखें। जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें अतिरिक्त देखभाल करनी है। लॉकडाउन और फिजिकल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पालन करें। घर में बना फेसकवर या मास्क पहनें। अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रलय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।

 

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गर्म पानी, काढ़ा का सेवन करें। आरोग्य सेतु मोबाइल एप डाउनलोड करें। अन्य को भी यह एप डाउनलोड करने के लिए कहें। जितना संभव हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें। उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करने में मदद दें। एक सप्ताह तक सख्ती पर रहेगा विशेष जोर जिलों के डीएम तथा एसपी को पूरी जिम्मेदारी देते हुए यह देखने को कहा जा सकता है कि अगले एक सप्ताह में स्थिति में बदलाव दिखना चाहिए। ध्यान रहे कि पिछले पांच-छह दिनों में कोरोना संक्रमण में तेजी दिखी है। छह दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी होकर 10 हजार के पार हो गई है। प्रधानमंत्री इस गति को धीमा करना चाहते हैं और संक्रमण के प्रसार क्षेत्र को भी सीमित करना चाहते हैं। अगले एक सप्ताह सख्ती से लॉकडाउन का पालन होगा। यही कारण है कि औद्योगिक क्षेत्रों की अपील को फिलहाल नजरअंदाज करते हुए किसी बड़ी राहत की घोषणा नहीं की गई है। वयं राष्ट्रे जागृयाम मोदी ने अपने संबोधन का अंत यजुर्वेद के श्लोक ह्यवयं राष्ट्रे जागृयामह्ण से किया। इसका अर्थ बताते हुए उन्होंने कहा, ह्यहम सभी राष्ट्र को जीवंत और जागृत बनाए रखें। उन्होंने सभी देशवासियों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। केंद्र सरकार ला रही राहत पैकेज-2 लॉकडाउन के चौतरफे असर के बीच ही सरकार के स्तर पर फिर से राहत पैकेज की भी तैयारी हो गई है। उद्योग व श्रमिक दोनों को राहत देने के लिए जल्द ही वित्तीय पैकेज-2 का एलान हो सकता है।

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