आॅफिसर सिटी-2 के मालिक सुधन रावत धमकी देकर खरीददारों को कराना चाहते हैं चुप फ्लैट खरीददार दर दर भटकने को मजबूर

Mar 11, 2019

आॅफिसर सिटी-2 के मालिक सुधन रावत धमकी देकर खरीददारों को कराना चाहते हैं चुप फ्लैट खरीददार दर दर भटकने को मजबूर

उद्योग विहार (मार्च-2019) गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन गाजियाबाद में स्थित ऑफिसर सिटी -2 के खरीददार इस समय अपने आशियाने के लिए जब भी सुधन रावत के पास जाते हैं तो वे तथा उनके गुण्डे जो उन्होंने पाल रखे हैं खरीददारों को धमकाते हैं की चुप रहो नहीं तो तुमको मार कर फिंकवा देंगे। उन्होंने एक मैनेजर प्रदीप झा को इसी काम के लिए रखा हुआ है जो कुछ गुण्डों के साथ गुण्डागर्दी कर रहा है तथा कहता है की हमारे सुघन रावत की पहुँच ऊपर तक है उनका कोई कुछ नहीं कर पायेगा। सुधन रावत ने भी और बिल्डरों की तरह एक प्रोजेक्ट का पैसा दूसरे प्रोजेक्ट में लगा कर खरीददारों का पैसा हजम कर लिया है।

यह भी पढ़े

यदि आप पी एफ में पीएमआरपीवाई का लाभ लेना चाहते हैं तो जल्दी करें,जानने के लिए लिंक पे क्लिक करे http://uvindianews.com/news/if-you-want-to-take-advantage-of-pmrv-in-pf-then-hurry-up

तथा खुले आम कहते घूम रहे हैं की सभी सरकारी अधिकारी बिके हुए हैं सब मेरी जेब में हैं। सभी खरीददार परेशान हैं तथा किराया के अलावा बैंक का भी लोन एवं ब्याज भर रहे हैं। अब सभी ने मिलकर रेरा में शिकायत करने की योजना बनाई है क्योंकि उनको अब एक यही उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। 2014 में सभी को फ्लैट का पजेसन देने की बात कहकर 2011 में फ्लैट बेचे गए थे लेकिन आज तक लोग अपने आशियाने के लिए भटक रहे हैं। जब सुघन रावत से बात की गयी तो उसने कहा की जी डी ए हमें अभी परमिशन नहीं दे रहा है तथा जब इस सम्बन्ध में जी डी ए के अधिकारीयों से बात की गयी तो उन्होंने कहा की हमने कोई रोक नहीं लगाई है। प्रवर्तन जोन-1 के अवर अभियन्ता ने कहा है की जी डी ए द्वारा टावर ब के लिए आंशिक पूर्णता प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है। विकासकर्ता का कथन गलत है। इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है की सुघन रावत की कंपनी एम आर प्रोवीयू पूरी तरह से जनता को बेवकूफ बना रही है तथा जनता के पैसे को हड़पने का मन बना कर निश्चिंत बैठी हुई है। इस सम्बन्ध में जान सुघन रावत से बात की गयी तो उन्होंने कहा की हम दूसरे टावर में फ्लैट दे देंगे उनको उसका जो भी एक्स्ट्रा पैसा होगा वो देना होगा लेकिन अब खरीददारों का कहना है की हम अब एक्स्ट्रा पैसा कहाँ से लाएंगे क्योंकि हमने तो दो बी एच के का फ्लैट लिया था तथा अब वे हमें तीन बी एच के का फ्लैट आज के दाम में दे रहे हैं ये तो सरासर ठगने वाली बात है हम लोग पहले ही कर्जे के बोझ तले दबे हुए है। कई लोगों ने तो अपने जीवन की सारी पूँजी लगा दी अब जिन्दगी दॉँव पर

यह भी पढ़े

ईपीएस में न्यूनतम पेंशन दोगुनी करने का विचार,जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे http://uvindianews.com/news/ideas-for-doubling-the-minimum-pension-in-eps

आपकी राय !

uniform civil code से कैसे होगा बीजेपी का फायदा ?

मौसम