ट्रेड वार चीन ने अमेरिका के 60 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क बढ़ाया
ट्रेड वार चीन ने अमेरिका के 60 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क बढ़ाया
उद्योग विहार (जून 2019)- बीजिगं | चीन ने अमेरिकी शुल्क बढ़ोतरी के जवाब में अमेरिका के 60 अरब डाॅलर के उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिया। चीन ने साथ ही कहा कि वह विदेशी दबाव के सामने नहीं झुकेगा। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को चेतावनी दी थी कि यदि आप समझौता नहीं करेंगे, तो चीन पर बहुत धुरा प्रभाव पड़ेगा। चीन के वित्त मंत्रालय ने कहा कि उसके देश में अमेरिका से होने वाले 60 अरब डाॅलर के आयात पर लगने वाले शुल्क में अगले महीने की पहली तारीख से 25, 20 और 10 फीसद की बढ़ोतरी की जा रही है। ठीक अमेरिकी शेयर बाजार खुलने के वक्त ही चीन के वित्त मंत्रालय ने कहा कि उसे उम्मीद है कि अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार वार्ता में वापस लौट आएगा और आपसी लाभ और पारस्परिक सम्मान व बराबरी के आधार पर समझौता करेगा। शुल्क बढ़ोतरी के कुछ घंटे पहले चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि चीन कभी भी विदेशी दबाव के सामने नहीं झुकेगा। इसे पहले ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को चेतावनी दी थी कि यदि आप समझौता नहीं करेंगे तो चीन पर बहुत बुरा असर पड़ेगा, क्योंकि चीन की कंपनियों को अमेरिका छोड़ना पड़ेगा। चीन के संपूर्ण आयात पर शुल्क बढ़ाने की अमेरिकी चेतावनी के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि हम कहते रहे हैं कि शुल्क बढ़ाने से समस्या का निदान नहीं निकलेगा। उन्होंने टोक्यों में जी20 बैठक के दौरान ट्रंप और चिनफिंग की मुलाकात की भी पुष्टि नहीं की। जी20 बैठक अगले महीने होगी।
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चीन की छह कंपनियों पर अमेरिका ने लगाई पाबंदी
वाशिगं टन। अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि उसने चीन की छह कंपनियों, पाकिस्तान की एक और संयुक्त अरब अमीरात की पांच कंपनियों पर संवेदनशील अमेरिकी टेक्नोलाॅजीज और अन्य उत्पादें का निर्यात करने से रोक लगा दी है। मंत्रालल ने कहा कि चीन की चार कंपनियों ने अमेरिका के कमोडिटी को हासिल करने की कोशिश की थी, जिससे ईरान के व्यापक विनाश के हथियारों के निर्माण में मदद पहुंचाई जा सकती थी। चीन की दो अन्य कंपिनयों पर इसलिए पाबंदी लगाई गई है, क्योंकि उन्होंने नियंत्रित टेक्नोलाॅजी के निर्यात में हिस्सा लिया और उनकी आपूर्ति पीपुल्स लिबरेशन आमी से जुड़े संगठनों को की।
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