बैंक से पैसा निकालना है! डाकिया है न

Apr 16, 2020

बैंक से पैसा निकालना है! डाकिया है न

घर बैठे बैंक खाते से रकम निकालने का एप लांच डाक विभाग भी वक्त के साथ कर रहा कदमताल

यदि आप लॉकडाउन के चलते पैसे निकालने के लिए बैंक नहीं जा पा रहे हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं। आपका खाता भले ही किसी भी बैंक की किसी भी शाखा में क्यों न हो, अब आप घर बैठे अपने डाकिये के माध्यम से पैसे निकाल सकते हैं। कंप्यूटर आगमन के बाद से नेपथ्य में जा चुके डाक विभाग वक्त के साथ कदमताल करते हुए अपनी व्यवस्था को कुछ यूं चाक-चौबंद किया कि आज गांव-गिरांव में उसकी जय-जयकार हो रही है। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत डाक विभाग ग्रामीणों को अब घर बैठे भुगतान की सुविधा मुहैया करवा रहा है। डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारतीय डाक विभाग के अधीन इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के तहत डाकिया अपने माइक्रो एटीएम के माध्यम से यह डोर-स्टेप सुविधा प्रदान कर रहा है। बस आपका बैंक खाता मोबाइल नंबर और आधार से लिंक होना चाहिए। एक दिन में अधिकतम दस हजार रुपये निकाले जा सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार का चार्ज भी नहीं लिया जाता। हमीरपुर के गांव सायर निवासी बिंदा प्रसाद कहते हैं कि लॉकडाउन में इंडिया पोस्ट की ओर से गांव-गांव शुरू इस सुविधा ने दुश्वारियों को बहुत कम किया है। बांदा के गांव पल्हरी निवासी कामता प्रसाद विश्वकर्मा इस सुविधा से अनभिज्ञ थे। कहते हैं कि इंडिया पोस्ट ने गांव में ही धन निकासी की सुविधा से जिंदगी आसान कर दी है। फैजाबाद के शाखा डाकघर ग्राम बसावां (इनायतनगर) में स्थानीय ग्रामीण प्रतिदिन बड़ी संख्या में केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा उनके खाते में डाला गया पैसा निकालने आ रहे हैं। ग्रामीण डाक सेवक ब्रांच पोस्ट मास्टर नरेंद्र देव तिवारी ने बताया कि एक दिन में 80 से अधिक लोग पैसे निकाल रहे हैं। मऊ के गांव मुहम्मदाबाद सिपाह के रजनीश कुमार हों चाहे अंजू राय, डाक विभाग की इस सेवा से सभी गदगद हैं।

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केंद्र और योगी सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत विभिन्न योजनाओं में डीबीटी के तहत इस समय लोगों के खातों में राशि जमा की जा रही है, पर लॉकडाउन के चलते लोग इसे बैंक या एटीएम जाकर तुरंत निकालने की स्थिति में नहीं हैं। कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने शासकीय योजनाओं में लाभान्वित लाभार्थियों को डोर-स्टेप /अपने ग्राम में धनराशि आहरण के लिए इस सेवा का लाभ उठाने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उप्र में लॉकडाउन के दौरान अब तक 65 हजार से अधिक लाभार्थियों ने करीब 13 करोड़ की राशि डाक विभाग के जरिये अपने बैंक खातों से निकाली। पैसे निकासी के समय शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखने तथा डाककर्मियों के साथ-साथ लाभार्थियों को मास्क या तौलिये के द्वारा मुंह ढंकने और हैंडवॉश के लिए साबुन व हैंड सैनिटाइजर भी दिए जा रहे हैं।

डाक निदेशक ने बताया कि डाकिया सबसे पहले लाभार्थी का मोबाइल नंबर अपने मोबाइल फोन के एप माइक्रो एटीएम इंड यूजर में दर्ज करेगा। नंबर दर्ज होते ही लाभार्थी के पास एक ओटीपी आएगा, जिससे उसका सत्यापन होगा। डाकिया ओटीपी को अपने मोबाइल एप पर डालेगा। इसके बाद लाभार्थी का आधार नंबर लेकर डाकिया माइक्रो एटीएम पर दर्ज करेगा और इस पर लाभार्थी का थंब इंप्रेशन लेकर उस बैंक का नाम पूछेगा, जिसमें उसका खाता है। बैंक का नाम दर्ज होते ही खाते की पूरी डिटेल डाकिया के मोबाइल फोन में खुल जाएगी, जिसके बाद लाभार्थी से रकम पूछने के बाद उसे अपने मोबाइल फोन में दर्ज करेगा और थंब इंप्रेशन लेते ही रकम उसे थमा देगा।

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