गाज़ियाबाद के उप-श्रमायुक्त पंकज राणा ने एम्प्लाइज कंपनसेशन एक्ट के तहत सबसे अधिक मुआवजा दिलवाया।
गाज़ियाबाद के उप-श्रमायुक्त पंकज राणा ने एम्प्लाइज कंपनसेशन एक्ट के तहत सबसे अधिक मुआवजा दिलवाया।
"उद्योग विहार"-गाज़ियाबाद के उप-श्रमायुक्त पंकज राणा ने एम्प्लाइज कंपनसेशन एक्ट के तहत सबसे अधिक मुआवजा दिलवाया है। इन्होने एक महिला श्रीमती रजनी (परिवर्तित नाम) को एक करोड़ तेरह लाख छत्तीस हजार आठ सौ साथ रूपये दिलवाये हैं। महिला के पति एक मर्चेंट नेवी कंपनी एंग्लो ईस्टर्न शिपमेंट में कार्यरत थे और उनकी पोस्टिंग मुंबई में थी और उनकी मृत्यु सेनेगल के समीप समुद्र में जहाज में ही हो गयी थी। कंपनी छतिपूर्ति मुआवजे की कार्यवाही मुंबई में ही करना चाहती थी और महिला मुंबई नहीं जाना चाहती थी उसके ३ छोटे बच्चे हैं। फिर उप-श्रमायुक्त ने कम्पनी को समझा कर गाज़ियाबाद में ही छतिपूर्ति मुआवजे को देने का निर्देश दिया जिस पर कंपनी ने मेरीटाइम यूनियन ऑफ़ इंडिया के साथ कंपनी के समझौते का पालन करवाते हुए एक्ट की धारा 8 / 5 के तहत महिला को एक करोड़ तेरह लाख छत्तीस हजार आठ सौ साथ रूपये दिलवाये हैं। जिसमें से इकहत्तर लाख इकसठ हजार नौ सौ सत्तानबे रुपये का ड्राफ्ट महिला के नाम से दिया गया और तेरह लाख इक्यानबे हजार छ सौ इक्कीस रुपये की तीन एफ डी तीनों बच्चों के नाम बनवाई है जो की बच्चों के बालिग होने तक रहेगी। बताते हैं की एम्प्लाइज कंपनसेशन एक्ट के तहत अब तक का यह सबसे बड़ा मुआवजा है और इसमें गाज़ियाबाद के उपश्रमायुक्त पंकज राणा ने अहम भूमिका निभाई है।
यह भी पढ़े-
दो भारतीय इंजीनियर्स ने शुरू की थी ई-कॉमर्स कंपनी, अब फेसबुक खरीदेगी हिस्सेदारी जानने के लिए लिंक पे क्लिक करे http://uvindianews.com/news/two-indian-engineers-started-the-e-commerce-company-now-facebook-will-buy-the-stake